
" आरोही तुम समझाओ ना यार इसे, इतनी जल्दी कुछ होता है क्या? पीछे पड़ गया है बस कि आज ही शादी करनी है गुडा गुड़िया का खेल है क्या इसके लिए शादी " आरव ने कहा ।
उसके सब दोस्त घर आये हुए थे, अभयवीर शीशे के सामने खड़ा होकर एक शर्ट को देख रहा था।


" आरोही तुम समझाओ ना यार इसे, इतनी जल्दी कुछ होता है क्या? पीछे पड़ गया है बस कि आज ही शादी करनी है गुडा गुड़िया का खेल है क्या इसके लिए शादी " आरव ने कहा ।
उसके सब दोस्त घर आये हुए थे, अभयवीर शीशे के सामने खड़ा होकर एक शर्ट को देख रहा था।

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