30

Chapter 30 ( वो अप्सरा सी)

रात को आरजू तैयार हो गयी थी और मनन उसे लेने आया हुआ था।

सुनंदा आरजू को समझा रही थी कि कैसे उसे सबके पैर छूने है वहाँ जाकर ।

Write a comment ...

The lustful pen

Show your support

" Fuel my journey with your love & kindness."

Write a comment ...