
सिया और विक्रम घर आ गये थे। वही अंगद जो बेचैनी से घूम रहा था वो विक्रम पर गुस्से मे कुछ बोलने लगा लेकिन सिया को वहाँ देख वो रुक गया।
सिया की नज़र जब अंगद पर गयी तो उसकी नज़रें नीचे झुकी वो उसको वैसे नही देख पा रही थी जैसे पहले देखती थी अब जब से विक्रम ने बताया था कि उसने उसे कपड़े बदलते हुए देखा था तब से उसके सामने के आने के बाद नज़रें उसकी तरफ नही उठी ।




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